Crime Story: अंधे प्यार में पागल महिला ने प्रेमी के साथ मिलकर पहले पति को तड़पा-तड़पा कर मारा, फिर मासूम बेटे को भी सुला दी थी मौत की नींद
अंधे प्यार में पागल महिला ने प्रेमी के साथ मिलकर पहले पति को तड़पा-तड़पा कर मारा, फिर मासूम बेटे को भी सुला दी थी मौत की नींद
अंधे प्यार में कातिल बनी महिला और उसके प्रेमी की कहानी जानकर रूह कांप जाएगी। पति और बेटे की हत्या करने वाली महिला और उसका प्रेमी दोनों जेल में सलाखों के पीछे हैं। जिस प्यार के लिए दोनों कातिल बने वो भी अधूरा रह गया।
उत्तर प्रदेश के गोरखपुर जिले की छह साल पहले की वह घटना जिसके बारे में सोचकर आज भी लोगों के रोंगटे खड़े हो जाते हैं। रिश्ते को शर्मसार करने वाली घटना को अंजाम देने वाली एक महिला थी। जिसका जिक्र होते ही लोग उसे समाज में कलंक होने की संज्ञा देते हैं। कहानी उस हत्यारन की है जिसने अंधे प्यार में पागल होकर प्रेमी के साथ मिलकर पति को मौत की नींद सुला दी। हैरान करने वाली बात तो ये है कि उसने प्यार में बाधा समझकर अपने कलेजे के टुकड़े बेटे को भी मौत के घाट उतार दिया।
पुलिस को दी थी लूट के बाद हत्या होने की सूचना
घटना गोरखपुर जिले के शाहपुर के बसारतपुर अशोकनगर की है। 21 जनवरी 2016 की रात में डॉ. ओमप्रकाश यादव व उनके मासूम बेटे नितिन की उनके घर में ही निर्मम हत्या कर दी गई। डॉक्टर की पत्नी अर्चना यादव ने पुलिस को लूट के लिए हत्या होने की सूचना दी थी। जबकि, डॉ. ओमप्रकाश की मां बागेश्वरी देवी ने बहू पर बेटे और पोते की हत्या का आरोप लगाते हुए पुलिस को तहरीर दी। उस वक्त सर्विलांस व कॉल डिटेल की मदद से पुलिस ने 24 घंटे के अंदर घटना की गुत्थी सुलझा ली और अर्चना यादव व उसके प्रेमी अजय यादव जो फिरोजाबाद का रहने वाला है, दोनों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया। जेल रहते ही 2020 में दोनों को कोर्ट ने उम्रकैद की सजा सुना दी।
प्रेम संबंध के बारे में पति को जानकारी होने पर की वारदात
अर्चना अपने ससुराल वालों से प्रेम संबंध छिपाने के लिए प्रेमी से दूसरे सिम कार्ड से बात करती थी। उससे बात करने के लिए सिम फोन में लगाती थी और बात खत्म होने के बाद सिम बदल देती थी। लेकिन उसके पति को शक हो गया था जिसके बाद उसने प्रेमी को बुलाकर वारदात को अंजाम दिया।
पिता को तड़पता देख बच्चा मां की गोद में छिपा फिर भी नहीं पसीजा हत्यारन का दिल
पति को शक होने के बाद अर्चना का प्रेमी घटना वाली रात उसके घर पहुंचा। इसके बाद दोनों ने मिलकर घर में सो रहे डॉ. ओमप्रकाश यादव की हथौड़े से मारकर बेरहमी से हत्या कर दी। इस दौरान बेटा नितिन भी जग गया। इस दौरान खून से लथपथ पिता को तड़पते देख वह अपनी मां के गोद में जाकर छिप गया। इस पर अर्चना ने प्रेमी से बेटे को भी मारने की बात कही, लेकिन उसने ऐसा करने से मना कर दिया। जिसके बाद अर्चना ने खुद ही बेटे का गला घोंटकर उसकी हत्या कर दी।
जेल जाकर भी नहीं हुआ पछतावा
अर्चना यादव और उसके प्रेमी अजय यादव की दोस्ती फेसबुक के जरिये हुई थी। दोनों का प्यार परवान चढ़ा तो पिता-पुत्र को बेरहमी से मारकर हत्यारे बन गए और दोनों को जेल हो गई। जेल जाने के बाद भी दोनों को कोई पछतावा नहीं रहा। छह साल की सजा के दौरान कई बार दोनों ने मिलने की अर्जी दाखिल की लेकिन अनुमति न मिलने के कारण कभी मिल न सके।
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